नीम की छाल से कौन सी औषधि बनती है?

आप सभी को नीम के पेड़ के बारे में पता होगा सब ने देखा होगा कुछ नहीं प्रयोग भी किया होगा नीम का पूरा पेड़ ही औषधि से भरपूर है इसमें वक्त के समस्याओं को ठीक करने का प्रचुर मात्रा पाया जाता है आइए जानते हैं नींद से घरेलू व कारगर उपचार कैसे करें|

घाव व फोड़े के लिए

हमारा शरीर कुदरत की सबसे सुंदर बनाई हुई रचना है इसे कुछ भी हो तो कुदरत ने प्रकृति में सब कुछ दिया है छोटे-छोटे समस्याओं के लिए कुदरत के गोद में तमाम समस्याओं का इलाज छुपा है अगर हमारे शरीर पर घाव फोड़े फुंसी हो जाते हैं या शरीर पर पिंपल्स भी हो जाते हैं तो हम बहुत कुछ करते हैं|

हम लोग दवाओं का भी प्रयोग कर लेते हैं डॉक्टर के पास जाकर कितनी दवाएं भी खा लेते हैं और दवा खा खा कर थक भी जाते हैं और वह ठीक भी कुछ ही समय के लिए होता है अगहन दवाओं का उपयोग बंद कर दे तो वह कुछ समय में फिर से अपनी भयानक रूप में आ जाता है तो आप सभी को कुदरत की दी हुई चीजों पर भरोसा करना चाहिए और अपने शरीर के लिए कुदरत पर ही निर्भर रहे है 

हमें करना क्या है अपनी इन समस्याओं को खत्म करने के लिए समझिए

हमें सर्वप्रथम नीम की पत्ती को लेना है उसे अच्छी तरह से दूर कर साफ सुथरा कर लेना दुनिया के बाद उसे उबाल ले उबालकर उस पानी को गुनगुना होने तक सब्र करें शरीर पर तब डाले जब वह सहनशील हो या आप सहने के योग्य हो जाए उसके बाद उस पानी से गंदी जगहों को साफ कर ले साफ करके उस जगह को सुखा लें सूखने के बाद हमें नीम की छाल को लेना है उसे भी धूल का साफ सुथरा रखना है फिर उछाल को किसी खुदे पत्थर पर चंदन के भाती आपको घिसना है|

जब वह चंदन की तरह मोटे गीली लेप की तरह तैयार हो जाए तो उसी फोड़े पर या जहां पर आप की चोट घाव बने हो लगे हुए उस पर आपको लेप की तरह लगाना है ऐसा प्रक्रिया आपको दिन में तीन बार अवश्य ही करना नीम के पानी से धुलने के बाद आपको नीम के छाल का लेप भी लगाना है|आप यकीन मानिए आपको 99.9% से ठीक करने में आपकी सहायता भी करेगा और आपका जो इन्फेक्शन वाला जगह है उसे भी स्वच्छ रखेगा |

अगर घाव में सड़न पैदा हो तो क्या करें ?

उसमें से दुर्गंध आने लगे तो आपको क्या करना चाहिए आइए जानते

अगर घाव में सड़न होने लगे तो सबसे पहले हमें उसे खुला छोड़ दी फिर गुनगुना पानी कर ली सहने युक्त फिटकरी पानी से साफ सुथरा कॉटन से उसे डीप कर अपने घाव को धूल उसके धूल कर साफ सुथरा करलें तत्पश्चात आपको उबलते हुए नीम के पानी को ठंडा कर लेना जिसे आपने नीम की पत्ती डालकर उबाला है कुछ समय बाद जब वह ठंडा हो जाए तो आप उस नीम के पानी से अपने इन्फेक्शन वाले जगह को साफ करने फिर उसे सुखा लें फिर से वही प्रक्रिया आपको रिपीट करनी है नीम की छाल को लेना है उसे चंदन के भांति रगड़ कर लेप तैयार करना है फिर उसमें नीम के छाल को पूरी तरह से इंफेक्शन वाले एरिया को कवर कर देना ज पी लेप सूख जाए तो उसे फिटकरी व नीम के पानी से साफ कॉटन की सहायता से पूछ ले और उसमें नारियल के तेल में  कपूर मिलाकर मलहम की तरह अपने घाव पर लगाएं

ऐसा करने से आपको बहुत जल्दी ही आराम मिलेगा और सड़न पैदा नहीं हूं यह प्रक्रिया तब तक करें जब तक आपका घाव पूरी तरह से सूख न जाए| 

उसी तरह अगर आपके चेहरे पर पिंपल हो जाते हैं तो नीम की पत्ती और नीम के छाल का उपयोग इसी तरह करें|