गन्ने का रस का उपयोग

गन्ना एक प्राकृतिक गुणकारी औषधि है जो हमारे जीवन में बहुत लाभकारी औषधि के रूप में उपयोग किए जाते हैं
गन्ना एक शीतल पेय पदार्थ है अधिकतर इसका सेवन गर्मी के मौसम में अपने प्यास को बुझाने के लिए तथा पोषक युक्त पदार्थ ग्रहण करने के लिए लाभ प्रदान करता है अगर हम चीनी का सेवन करते हैं तो यह हमारे लिए हानिकारक साबित होता है क्योंकि चीनी बनाने में बहुत सारे केमिकल युक्त प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।

आइए जानते हैं पाचन संबंधी समस्याओं के लिए गन्ने का रस हमारे लिए किस प्रकार उपयोगी है।

सामग्री
गन्ने के रस से सिरका बनाएं
काली मिर्च एवं सोंठ

प्रयोग

इसका प्रयोग हमें बहुत ध्यान पूर्वक करना होगा क्योंकि गन्ने के रस को सिरका बनाने की प्रक्रिया थोड़ा जटिल होता है।

सर्वप्रथम आपको करना यह है कि गन्ने के रस को लेना है उससे मिट्टी के बर्तन में 10 से 15 दिन के लिए ढककर रख देना है उसके बाद 10 से 15 दिनों के बाद गन्ने का रस सिरका के रूप में प्रयुक्त हो जाएगा और यह हमारे उपयोग करने हेतु बन जाएगा आप सिरका दो तरीके से बना सकते हैं।

पहला तरीका

गन्ने के रस को लेना है उससे साफ-सुथरे मिट्टी के बर्तन में डालकर जमीन में गड्ढा करके उसे 10 से 15 दिन के लिए ढककर अच्छी तरीके से रख दे उससे भी आपको सिरका प्राप्त हो जाएगा ध्यान रहे पानी का एक बूंद भी उसमें अंश नहीं होना चाहिए अन्यथा सिरका में कीड़े पड़ जाएंगे।

दूसरा तरीका

सर्वप्रथम गन्ना के रस को हमें गर्म कर लेना है गर्म करने के बाद जब वह ठंडा हो जाए तो उसे मिट्टी के बर्तन में 1 से 6 दिनों तक ढक कर रखती दें
इस विधि से भी आपको सिरका प्राप्त हो जाएगा।

आइए जानते पाचन के लिए हमें किस प्रकार इस गन्ने के रस से प्राप्त सिरका का उपयोग करना है

आपको एक बड़ा चम्मच सिरका को लेना है उसमें दो से ढाई नग काली मिर्च को कूट के और साथ में सोंठ मिलाकर सुबह-शाम लेना है इससे आपका पाचन संबंधी जो समस्याएं हैं वह खत्म हो जाएंगे

गुड़ का उपयोग

आप सभी को पता है कि गुड़ भी एक तरह का हमारे शरीर के लिए बहुत गुणकारी औषधि है ध्यान रहे जिस गुड़ का हमें इस्तेमाल करना है वह मसालेदार युक्त ना हो वह शुद्ध और ऑर्गेनिक प्रकार का गुण हो इसका इस्तेमाल करने से हमें कोई हानि ना प्राप्त हो और लाभ तुरंत दिखे आजकल के समय में लोक गुणवत्ता के पीछे नहीं भागते हैं स्वरूप के पीछे भागम भाग मचा है अगर हम किसी आहार युक्त भोजन के गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखते हैं अगर उसके स्वरूप को मध्य नजर रखते हुए उस पत्तों का उपयोग कर रहे हैं यह हमारे लिए बहुत खतरनाक है

आप सभी को पता है कि खाना खाने के बाद हमें गुड का इस्तेमाल कैसे और किस लिए करना चाहिए

गुड में पाचन संबंधी समस्याओं का सबसे बड़ा एंटीऑक्स डाइट पाया जाता है जो हमारे पाचन संबंधी समस्याओं को ठीक करता है

आपको करना क्या है सुबह शाम के भोजन के बाद आपको गुड़ का आधा भाग करके उसे चबा चबा कर खा जाना है और साथ में गुनगुना पानी का सेवन करना है इससे जो भोजन आपको डाइजेस्ट होने में समस्याएं हो कर रही हैं वह समस्याएं उत्पन्न नहीं होंगी अगर आप रात के टाइम दूध में गुड़िया शक्कर मिलाकर पिए तो इससे आपका शुक्र और वीर्य दोनों में बढ़ोतरी होगा और यकीन मानिए कि आपका सेहत भी सुधरेगा और आपकी पाचन संबंधी समस्याएं भी बहुत ज्यादा हद तक ठीक हो जाए

गुड का चाय

अक्सर हम अपनी डेली रूटीन की जिंदगी में चाय को सबसे ज्यादा अहमियत देते हैं हमें थकान हुआ हमें कमजोर ही फेल हुए या हमें अपना मूड फ्रेश करना है तो हम सब को छोड़कर चाय के पीछे भागते हैं ऐसा लगता है कि अगर हम चाय पीने तो मानो हमारे जिंदगी का सबसे सुनहरा पल यही है चाय पीजिए अच्छी बात है परंतु चाय पीने का भी एक तरीका होता है जिससे आपके सेहत पर कोई बुरा असर ना पड़े आप अक्सर अपने सुबह शाम की जिंदगी में चीनी वाली चाय पीते हैं जिससे आपको मधुमेह और शुगर जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं फिर आपको बिना चीनी के चाय पीना पड़ता है

इन सब से बचने के लिए हमें गुड़ से बनी चाय का सेवन ज्यादा करना चाहिए और यह बहुत गुणकारी और स्वादिष्ट पेय पदार्थ है आपको करना कुछ नहीं है चीनी की जगह गुड का इस्तेमाल परंतु ध्यान रहे जब भी हम गुड़ का चाय बनाते हैं तो अगर वह दूध में डालते हैं डायरेक्ट तो दूध फट जाता है इससे आपका चाय नुकसान हो तो आपको सही ढंग से कैसे बनाना है आइए

आप चाय पत्ती दूध पानी काली मिर्च अजवाइन सोंठ अदरक डालकर इस पर पदार्थ को बहुत अच्छी तरह से उबालने फिर अलग बर्तन में गुड को पिघला कर रख ले जब थोड़ा सा गुनगुना रहे गुड़ का मिश्रण तो उसमें आप पर पदार्थ को मिलाकर अच्छी तरह से छान ले इसको पीने से आपको बहुत आनंद महसूस आएगा क्योंकि गोडसे बना चार बहुत स्वादिष्ट होता है और आपके सेहत के लिए भी बहुत अच्छा होता है